व्यथा के गर्भ से जन्मा योग: अर्जुन विषाद योग का रहस्य
भगवद्गीता का प्रथम अध्याय एक विचित्र नाम धारण करता है: अर्जुन विषाद योग—अर्जुन के शोक का योग। ध्यान का योग नहीं, कर्म का योग नहीं, बल्कि व्यथा का योग। शोक योग कैसे हो सकता है? पतन आध्यात्मिक साधना कैसे हो सकती है? यही वह विरोधाभास है जो सबसे पवित्र संवाद का द्वार खोलता है। आइए, […]